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फूली रोटी

phuli roti

अज्ञात

अन्य

अन्य

अज्ञात

फूली रोटी

अज्ञात

और अधिकअज्ञात

    नोट

    प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा एक के पाठ्यक्रम में शामिल है।

    जमाल की माँ रसोई में खाना बना रही थीं। जमाल माँ को देख रहा था। जमाल का मित्र जय बर्तनों के साथ खेल रहा था।

    माँ रोटी बना रही थीं। जमाल भी रोटी बनाना चाहता था। उसने माँ से आटा माँगा। माँ ने उसे छोटी-सी लोई दे दी।

    जमाल रोटी बोलने लगा। उसने रोटी पर सूखा आटा लगाया। जमाल से रोटी गोल नहीं बन रही थी। रोटी गोल करने के लिए जय ने जमाल को कटोरी दी।

    जमाल ने कटोरी रोटी पर रखकर घुमा दी। गोल हो गई। माँ ने जमाल की रोटी सेंक दी। जमाल की रोटी ख़ूब फूली। जमाल और जय ख़ुशी से रोटी खाने लगे।

    स्रोत :
    • पुस्तक : सारंगी (पृष्ठ 70)
    • प्रकाशन : एनसीईआरटी
    • संस्करण : 2022

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