स्वामी हरिदास के पद
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1480 - 1575 | वृंदावन, उत्तर प्रदेश
कृष्णोपासक कवि। चतुष् ध्रुपद-शैली के रचयिता और तानसेन के संगीत गुरु। सखी संप्रदाय के प्रवर्तक।
कृष्णोपासक कवि। चतुष् ध्रुपद-शैली के रचयिता और तानसेन के संगीत गुरु। सखी संप्रदाय के प्रवर्तक।