सुधांशु फ़िरदौस की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1985 | मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार
सुपरिचित कवि-लेखक-अनुवादक और नाटककार। लोक-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
सुपरिचित कवि-लेखक-अनुवादक और नाटककार। लोक-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।