शील की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1915 - 1994 | कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश
हिंदी की प्रगतिशील और जनवादी धारा के कवि-गीतकार और कार्यकर्ता।
हिंदी की प्रगतिशील और जनवादी धारा के कवि-गीतकार और कार्यकर्ता।