प्रदीप जिलवाने की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1978 | खरगोन, मध्य प्रदेश
इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-लेखक। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।
इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-लेखक। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।