मिथलेश शरण चौबे की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1976 | सागर, मध्य प्रदेश
‘लौटने के लिए जाना’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। आलोचना में भी सक्रिय।
‘लौटने के लिए जाना’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। आलोचना में भी सक्रिय।