1511 - 1596 | पश्चिम बंगाल
गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय के प्रमुख संत और दार्शनिक। 'हरिनामामृतव्याकरणम्', 'गोपालचम्पू', 'धातुसूत्रमालिका', 'माधवमहोत्सवः' आदि कृतियों के लिए उल्लेखनीय।
गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय के प्रमुख संत और दार्शनिक। 'हरिनामामृतव्याकरणम्', 'गोपालचम्पू', 'धातुसूत्रमालिका', 'माधवमहोत्सवः' आदि कृतियों के लिए उल्लेखनीय।