देवराज उपाध्याय का आलोचनात्मक लेखन
हिंदी-उपन्यास का धरातल
हिंदी-उपन्यास अथवा हिंदी-साहित्य की जिस समस्या का हम इस समय संकेत करना चाहते हैं, यह एक प्रकार से वर्तमान भारतीय संस्कृति की समस्या है। संक्षेप में यह समस्या यह है कि विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्रों में हम अंतर्राष्ट्रीय धरातल को किस प्रकार प्राप्त करें?