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ज़िंदगी ख़त्म हो जाएगी

zindagi khatm ho jayegi

अनुवाद : हेमन्त जोशी

लुई आरागों

अन्य

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लुई आरागों

ज़िंदगी ख़त्म हो जाएगी

लुई आरागों

और अधिकलुई आरागों

    ...(तुम को)

    यह तुम्हें निराश करने को नहीं कहता

    अपने सामने देखो वह अगाध गर्त

    और कुचलना सीखो उसे

    ख़त्म होता गीत भी कम सुंदर नहीं होता

    सीखो, उस गीत को सुनना भी

    जो पहाड़ों पर गूँज रहा प्रतिध्वनियों से

    हम अकेले नहीं हैं इस दुनिया में

    उसे गुनगुनाने के लिए

    गीतों की संपूर्णता ही नाटक है

    इस नाटक में सीखो अपनी भूमिका निभाना

    आवाज़ें ख़ामोश भी हो जाएँ

    तो भी मत भूलो

    कि लंबे समूह गान में

    बार-बार दुहराया जाता है एक टुकड़ा

    जब तक गायक नहीं ले लेता अंतिम श्वास

    उसने बख़ूबी निभाई है भूमिका अपनी

    कोई मायने नहीं रखता

    अगर तुम मुझे त्याग दो

    आधे रास्ते पर

    संभव है

    मैं ही तुम्हें छोड़ दूँ

    किसी परिकल्पना की तरह

    और आख़िरी बार उठूँ

    किसी नर्तक की तरह

    मत करो उससे नफ़रत

    हालाँकि धोखा दिया है उसने

    उन सायों को

    जो आज भी जीवित हैं उसकी आँखों में

    कुछ नहीं है मेरे पास

    इस धुँधलाती हुई रोशनी के सिवा

    जो तुम्हें भेंट कर सकूँ

    कल का आदमी

    अँगारों को हवा दे रहा है

    और मैं तुमसे वही कह रहा हूँ

    जो देखता हूँ।

    स्रोत :
    • पुस्तक : दरवाज़े में कोई चाबी नहीं (पृष्ठ 414)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : लुई आरागों
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन

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