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हाथी

hathi

वीरेन डंगवाल

अन्य

अन्य

पकड़े जाने से पहले हर रोज़ हाथी

नदी पर आता है अपने दोस्त हाथियों के साथ

कसरत करता है

भरपूर पानी में अपने बदन को प्यार करता है

अपने दाँतों को बालू में धँसा-धँसा कर माँजता है।

पकड़े जाने के बाद

हाथी के बदन, ताक़त और

उन दाँतों का इस्तेमाल मालिक करते हैं

जिन्हें हाथी ने बनाया था

बहुत मेहनत और प्यार के साथ

पकड़े जाने से पहले।

स्रोत :
  • पुस्तक : कविता वीरेन (पृष्ठ 59)
  • रचनाकार : वीरेन डंगवाल
  • प्रकाशन : नवारुण
  • संस्करण : 2018

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