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सितारा ताकने वाले की मौत

sitara takne vale ki maut

अनुवाद : शिवकुटी लाल वर्मा

वास्को पोपा

अन्य

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वास्को पोपा

सितारा ताकने वाले की मौत

वास्को पोपा

और अधिकवास्को पोपा

    उसकी तो मरना ही था

    उनका कहना है

    क्योंकि सितारे उसके कहीं अधिक निकट थे

    मनुष्यों की अपेक्षा

    उनका कहना है

    कि चींटियों ने उसको खा डाला

    क्योंकि उसकी कल्पना थी

    कि सितारों ने चींटियों को जन्म दिया

    और चींटियों ने सितारों को

    इसलिए घर को उसने चींटियों से भर दिया

    उनका कहना है

    कि अपनी स्वर्गिक अप्सराओं का मूल्य

    उसे अपना सिर देकर चुकाना पड़ा

    मानव अँगुलियों की छाप वाली कटार की अफ़वाह अनर्गल है

    उनका कहना है

    कि वह दरअसल इस दुनिया के बाहर का प्राणी था

    और वह उस सूरजमुखी की तलाश में चला गया

    जहाँ हर हृदय और हर सितारे की राह

    परस्पर मिल जाती है

    उसको तो मरना ही था

    उनका कहना है!

    स्रोत :
    • पुस्तक : प्यास से मरती एक नदी (पृष्ठ 185)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : वास्को पोपा
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020

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