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सच की तलाश में

sach ki talash mein

अनुवाद : देवी नागरानी

अतिया दाऊद

अन्य

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अतिया दाऊद

सच की तलाश में

अतिया दाऊद

और अधिकअतिया दाऊद

    इस सहरा में मेरा सफ़र

    जाने कितनी सदियों से जारी है

    सच का सलीब पीठ पर उठाए

    फ़रेब से सजी धरती पर चलती रही

    एक आँख कहती है सब सच है

    एक आँख कहती है सब झूठ है

    मैं सच और झूठ के बीच में पेंडुलम की तरह

    हरकत करती रही

    जानती हूँ कि वह दूर का पानी है

    दरअस्ल मरीचिका है

    फिर भी दिल में उम्मीद लिए

    उसी ओर दौड़ती रही

    जानती हूँ कि सूरज की रोशनी में

    हमसफ़र, जो साथ हैं

    वे मेरी परछाइयाँ हैं

    साथ को सच समझकर

    हर रोज़ उनके साथ चलती रही

    एक आँख कहती है सब सच है

    एक आँख कहती है सब झूठ है!

    स्रोत :
    • पुस्तक : एक थका हुआ सच (पृष्ठ 43)
    • रचनाकार : अतिया दाऊद
    • प्रकाशन : श्री प्रकाशन, दिल्ली
    • संस्करण : 2017

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