Font by Mehr Nastaliq Web

चौदह भाई बहन

chaudah bhai bahan

व्योमेश शुक्ल

अन्य

अन्य

व्योमेश शुक्ल

चौदह भाई बहन

व्योमेश शुक्ल

और अधिकव्योमेश शुक्ल

    झेंप से पहले परिचय की याद उसी दिन की

    कुछ लोगों ने मुझसे पूछा तुम कितने भाई-बहन हो

    मैंने कभी गिना नहीं था गिनने लगा

    अन्नू दीदी मीनू दीदी भानू भैया नीतू दीदी

    आशू भैया मानू भैया चीनू दीदी

    बचानू गोल्डी सुग्गू मज्जन

    पिंटू छोटू टोनी

    तब इतने ही थे

    मैं छोटू टोनी

    तब इतने ही थे

    मैं छोटा बोला चौदह

    वे हँसे जान गए ममेरों मौसेरों को सगा मानने की मेरी निर्दोष ग़लती

    इस तरह मुझे बताई गई

    माँ के गर्भ और पिता के वीर्य की अनिवार्यता

    और सगेपन की रूढ़ि

    वीडियो
    This video is playing from YouTube

    Videos
    This video is playing from YouTube

    तापस

    तापस

    स्रोत :
    • पुस्तक : फिर भी कुछ लोग (पृष्ठ 11)
    • रचनाकार : व्योमेश शुक्ल
    • प्रकाशन : राजकमल प्रकाशन
    • संस्करण : 2009

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

    रजिस्टर कीजिए