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प्रेम में पड़ी हुई लड़की

prem mein padi hui ladki

अरमान आनंद

अन्य

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अरमान आनंद

प्रेम में पड़ी हुई लड़की

अरमान आनंद

और अधिकअरमान आनंद

    प्रेम में पड़ी हुई लड़की

    रजाई में मुँह ढाँपे हँसती है

    मन में कुछ सोचती हुई गुदगुदा जाती है

    भरी महफ़िल में उदास होती है

    सोते में अचानक उठ बैठती है

    पैर के अँगूठे से फ़र्श पर प्रेमी का नाम लिखती है

    मेहँदी में चुराकर रखती है

    अपने प्रेमी का वजूद

    खिड़कियों से दोस्ती करती है

    छत को बाग़ बनाती है

    अपनी देह को ख़ुद निहारते हुए शरमा जाती है

    हथेलियों में छुपती है

    भोर में कुनमुनाती हुई

    अपने अंगों को छेड़ती है सितार की तरह

    और गुनगुनाती है आशिक़ का नाम

    अकारण ही भर लेती है सहेली को बाँहों में

    बेमतलब चूम लेती है

    बच्चों के होंठ

    पन्ने बर्बाद करती है

    मोबाइल को बार-बार देखती है

    प्रेम में पड़ी हुई लड़की

    सिर्फ़ प्रेम करती है

    प्रेम के अलावा वह कुछ नहीं करती

    स्रोत :
    • रचनाकार : अरमान आनंद
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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