पश्चिमबंग अभियान का सॉनेट

pashchimbang abhiyan ka saunet

मलय रायचौधुरी

मलय रायचौधुरी

पश्चिमबंग अभियान का सॉनेट

मलय रायचौधुरी

दो पदवी वाले खचड़े होते हैं

अन्धरे में, मैदानी रास्तों में, साइलेंसर खोलकर गाड़ी चलाई जाती है

सुंदरवन के मधु के बदले बेनाड्रिल लगाई रोटी खाई जाती है

सर के ऊपर तलवार लिए पैदा हुआ जाता है

मदमत्त होने के बाद देशी या विदेशी ख़याल रखा जाता है

दोपहर में हवा के सीने में रह रहकर हँफनी पैदा होती है

यौवन में माली का काम करने पर पुष्पपराग से एलर्जी होती है—

कैशबुक के प्रथम पन्ने में दाउद इब्राहीम की तस्वीर रखी जाती है।

मकर संक्रांति के प्रारंभ के दिन औरत की गोरी गंध से चिचरी-किलनी पैदा होती हैं

उपयोगितावादी दार्शनिक होने पर माकाल फल से घृणा करनी होती है—

ज्ञान वजन में जितना बढ़ता है, तबीयत उतनी ही ख़राब होती है,

एक व्यक्ति के बेसुरा चीखने पर बाकी लोगों को सुर में ज़िंदाबाद की ध्वनि

निकालनी होती है—

टूटी-फूटी सरकारी बस का चालक-संचालक बनना पड़ता है—

जिधर जाती है हवा, उधर ही पतंग उड़ानी पड़ती है।

स्रोत :
  • पुस्तक : अधुनांतिक बांग्ला कविता (पृष्ठ 240)
  • संपादक : समीर रायचौधुरी, ओम निश्चल
  • रचनाकार : मलय रायचौधुरी
  • प्रकाशन : परमेश्वरी प्रकाशन
  • संस्करण : 2004
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

Additional information available

Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

OKAY

About this sher

Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

Close

rare Unpublished content

This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

OKAY