Font by Mehr Nastaliq Web

परिपूर्णता का गीत

paripurnta ka geet

अनुवाद : चन्द्रप्रभा पाण्डेय

अन्ना स्विर

अन्य

अन्य

अन्ना स्विर

परिपूर्णता का गीत

अन्ना स्विर

और अधिकअन्ना स्विर

    परिपूर्णता, आह कितनी परिपूर्णता

    शक्ति, आह कितनी शक्ति

    मैं हूँ पूर्ण एक अर्थ पूर्ण तारे की तरह

    है मुझ में इतनी शक्ति कि रह सकूँगी

    अकेली अंतरिक्ष में।

    दुःख से है जन्मा आनंद

    भोगा है मैंने दुःख इसीलिए है मुझे अधिकार

    कि शक्ति से जी सकूँ

    गुज़री हूँ नरक में मैं, इसीलिए शांति के स्वर्ग में

    प्रवेश पा सकी हूँ आज

    प्रगाढ़ शांति का एक गोलाकार स्वर्ग

    शांति की बढ़ती हुई शक्ति

    शक्ति जिसकी शक्ति बढ़ रही है

    एक पाइप-ऑरगन के स्वर में

    एक विस्तार पाते आप्लावित आलोक में

    मैं प्रवेश करती हूँ अनंत आलोक में।

    वह आलोक गा रहा है

    मैं भी गा रही हूँ

    मैं हूँ एक आवाज़ सहस्त्रों आवाज़ों में,

    सहस्त्रों किरणों में एक किरण,

    चमकती हूँ मैं। स्थिति अशोभनीय ढंग से

    रहस्यवादी है।

    मैं इसका करूँ क्या,

    मैं तो सिर्फ़ बताती हूँ कि यह है क्या।

    मेरे शरीर से झरता है आलोक,

    मेरे सर से, मेरी दुगुनी हो गई छातियों से,

    मेरे हाथों की दसों उँगलियों से

    मेरे पैरों के दसों अँगूठों से,

    बहता है आलोक

    मैं छलकती हूँ चारों ओर

    मैं खिचती हूँ, मैं फैलती हूँ हर तरफ़।

    होती है अदृश्य मेरी त्वचा,

    होती हूँ विलीन मैं उन चीज़ों में

    जो मैं नहीं हूँ।

    मैं हर चीज़ में समाहित हो जाती हूँ,

    इस विलय के बाद हो जाता है

    मेरा अस्तित्व ख़तम

    फिर भी मैं रहती हूँ एक अजब शक्तिशाली ढंग से

    यही है मृत्यु और यही है

    अमरत्व, शायद, निर्वाण।

    क्षमा करें इस शब्द के लिए, परंतु यही है सटीक।

    स्रोत :
    • पुस्तक : दरवाज़े में कोई चाबी नहीं (पृष्ठ 400)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : अन्ना स्विर
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

    रजिस्टर कीजिए