Font by Mehr Nastaliq Web

लड़की का सपने देखना

ladki kaa sapne dekhna

अंशू कुमार

अन्य

अन्य

अंशू कुमार

लड़की का सपने देखना

अंशू कुमार

और अधिकअंशू कुमार

    एक लड़की का सपने देखना बेहद ज़रूरी है

    और उतना ही ज़रूरी है

    उसके कुछ सपनों का टूट जाना,

    सपने के पीछे भागना भी ज़रूरी है

    और कुछ सपनों से जागना भी

    सपना-राजकुमार और परियों वाली

    प्रेम-दीवानी और कहानियों वाली

    वे तमाम सपने जो सच होने के लिए

    खोज रहा हो किसी दूसरे-तीसरे को

    उन्हें जितना जल्दी हो टूट जाना चाहिए

    छूट जाने चाहिए कुछ रिश्ते भी

    जिसमें स्वीकार्यता का घोर अभाव हो,

    जो तमाम एकतरफ़ा शर्तों पर टिके हों

    जिसमें रूठने-मनाने का एकतरफ़ा अधिकार हो

    सपने देखने चाहिए सबसे पहले ख़ुद के

    जिसमें ख़ुद के साथ हो तुम सबसे पहले

    ग़लत के लिए विरोध करना जितना ज़रूरी है

    उतना ही ज़रूरी है सच के लिए ज़िद करना

    झूठा साबित करना उन तमाम कहानियों को

    जो बचपन में गुड़िया बनाने के लिए सुनाई गईं

    राजकुमार नहीं ख़ुद के पैरों पर

    दुनिया नापने का सपना देखना,

    और परी होना नहीं

    अपने वजूद को दृढ़ता से स्थापित करना

    प्रेम तुम सबसे पहले ख़ुद से करना

    ताकि कर सको सच्चा प्रेम तुम किसी और से भी

    ताकि दे सको दुनिया को एक नई कहानी तुम

    जिस कहानी में लड़की के ढ़ेर सारे सपने हो...!!

    स्रोत :
    • रचनाकार : अंशू कुमार
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

    रजिस्टर कीजिए