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लाल क़िले की चिड़ियाँ

laal qile ki chiDiyan

शिवम तोमर

अन्य

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शिवम तोमर

लाल क़िले की चिड़ियाँ

शिवम तोमर

लाल क़िले के परिसर में

दीवान-ए-आम के पीछे

है संगमरमर की एक दीवार

जिस पर उकेरे गए हैं

सुंदर फूल, पौधे और चिड़ियाँ

ये चिड़ियाँ इतनी असली लगती हैं कि

उनकी ओर बढ़ाए गए

एक क़दम पर फुर्र से उड़ जाएँगी

उस परिसर में घूमती-उड़ती चिड़ियों को भी

ऐसा ही लगता है

दीवार पर उभरे हुए फूल-पौधे-चिड़ियाँ

सब असली लगते हैं

वे दीवार पर बनी फूल-पत्तियों

को खाने की कोशिश नहीं करतीं

लेकिन असली-सी दिखने वाली

दीवार वाली चिड़ियों को

चोंच मारकर बाहर निकाल लेना चाहती हैं

लाल क़िले की ज़्यादातर चिड़ियों की

चोंच में दर्द रहता है

एक दिन कुछ चिड़ियों की

चोंच टूटकर गिर जाएगी

और तब शायद

उस दीवार पर रह जाएँगे

सिर्फ़ फूल-पत्तियाँ

और क़ैद का एक इतिहास

स्रोत :
  • रचनाकार : शिवम तोमर
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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