Font by Mehr Nastaliq Web

ख़ुशियों का रिपोर्टर

khushiyon ka riportar

राजेश सकलानी

अन्य

अन्य

राजेश सकलानी

ख़ुशियों का रिपोर्टर

राजेश सकलानी

और अधिकराजेश सकलानी

    ये ज़ालिम लगातार झूठ बोलेंगे

    और तुम्हें लूटते रहेंगे

    ये कभी बाज नहीं आएँगे

    ख़ुशियों के रिपोर्टर ने बताया

    हमारी ताक़त खुशियों में छिपी रहती है

    ख़ुशी-ख़ुशी में नज़रें बचा कर ही

    हमें इकट्ठा होना है

    यह चूक जाने से हम कमज़ोर पड़ जाते हैं

    दुख अपनी जगह है पर वह इतना ना दिखे

    कि आदत की तरह साथ-साथ रहने लगे

    और दुश्मनों को अपनी चुगली करे

    जो हमें पुचकारने चला आए

    यह आपस की बात है, हम कभी अकेले नहीं पड़ते

    ख़ुशियों के शोर में ज़्यादा आवाज़ें

    अपनी ही तरफ़ हैं

    कोई मौक़ा ऐसा नहीं जो कोई हमसे

    ज़्यादा खेलता हो।

    स्रोत :
    • पुस्तक : पानी है तो फूटेगा (पृष्ठ 11)
    • रचनाकार : राजेश सकलानी
    • प्रकाशन : परिकल्पना प्रकाशन
    • संस्करण : 2019

    संबंधित विषय

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

    रजिस्टर कीजिए