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खेती कौन करे?

kheti kaun kare?

अरुणिमा अरुण कमल

अन्य

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अरुणिमा अरुण कमल

खेती कौन करे?

अरुणिमा अरुण कमल

और अधिकअरुणिमा अरुण कमल

    पढ़ लिखकर सब साहब बन गए 

    खेती कौन करे?

    बाप खेतिहर पाठ पढ़ावे

    बेटा नाहीं पढ़े!

    बेटा यू ट्यूब पर सपना देखे 

    गूगल को भी खोल के सीखे 

    आईएएस का इंटर्व्यू हर

    आई आई एम भी घुसा है घर-घर 

    आँख तरेरे बापू तनकर

    देखो सपने बाबू बनकर 

    मोबाइल से आँख हटा और 

    देख ये खेत हरे!

    खेती कौन करे?

    नब्बे फ़ीसदी अंक हैं लाए 

    कक्षा में पूरी फ़र्स्ट हैं आए

    फटे जूते को हटा के बापू 

    नए जूते तूने दिलवाए

    अब तक क्या जिनगी है जी ली

    साग रोटी ही खाते आए 

    अब फिर से कादो-कींचड़ में 

    काहे को पाँव धरे!

    खेती कौन करे?

    मास्टर साहब ने रत्न कहा था 

    मेरे लिए पथ नया गढ़ा था 

    कितनी बाधाओं के संग-संग

    समय मेरा ठहरा-ठहरा था 

    अब मुश्किल से बारी आई

    क़िस्मत में चमक हमारी आई

    सब रंगीन शहर में हैं जब 

    क्यों गाँव के फेर पड़े!

    खेती कौन करे?

    स्रोत :
    • रचनाकार : अरुणिमा अरुण कमल
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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