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कविता से बाहर

kavita se baahar

विनय दुबे

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विनय दुबे

कविता से बाहर

विनय दुबे

और अधिकविनय दुबे

    कविता में वहाँ

    एक अमेरिका होता है

    अमेरिका युद्धरत

    कविता में वहाँ

    एक हिंदोस्तान होता है

    हिंदोस्तान परेशान

    कविता में वहाँ

    एक हिमालय होता है

    हिमालय बरसों से खड़ा

    कविता में वहाँ

    एक झरना होता है

    होती है एक मछली

    झरना और मछली के साथ मैं वहाँ

    आप आएँ

    तो कविता में आएँ

    चार या पाँच बजे सुबह जाएँ

    और मिलें मुझसे

    आप आएँ

    चाय पिएँ मेरे साथ

    कविता में

    कविता से बाहर

    कुछ दिक़्क़त है मिलने में

    कि आप मिलें और मैं माँग लूँ रुपए पचास

    आपसे उधार

    और आप शर्मिंदा हों बार-बार

    तो आप कविता में आएँ

    मिलें और चाय पिएँ मेरे साथ

    कविता में

    झरना और मछली के साथ मैं वहाँ

    स्रोत :
    • पुस्तक : फ़िलहाल यह आसपास (पृष्ठ 66)
    • रचनाकार : विनय दुबे
    • प्रकाशन : मेधा बुक्स
    • संस्करण : 2004

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