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कहाँ से शुरू करूँ

kahan se shuru karun

अखिलेश जायसवाल

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अखिलेश जायसवाल

कहाँ से शुरू करूँ

अखिलेश जायसवाल

और अधिकअखिलेश जायसवाल

    मैं कुछ दिन तक तो

    इसी में उलझा रहता हूँ कि

    कहाँ से शुरू करूँ—

    चाहे वह प्रेम हो या कविता।

    क्यों कि मैं जानता हूँ कि

    मेरे पहले क़दम का ग़लत आधार

    मेरे प्रेम और कविता को

    ऊँचाइयों और गहराइयों से

    वंचित कर सकता है।

    उपसंहार और अंत करना आता है मुझे

    बस एक बार अच्छी शुरुआत मिल तो जाए।

    स्रोत :
    • रचनाकार : अखिलेश जायसवाल
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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