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बेबल का बुर्ज कैसा दिखता है

bebal ka burj kaisa dikhta hai

अनुवाद : देवेश पथ सारिया

जॉन गुज़लॉव्स्की

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जॉन गुज़लॉव्स्की

बेबल का बुर्ज कैसा दिखता है

जॉन गुज़लॉव्स्की

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    वह दिखता है
    उन पत्थरों की तरह
    जो तुम्हारे हाथों में हैं
    जो तुम्हारी आँखों में हैं
    और जो तुम्हारी बग़ल में होते हैं
    जब तुम ज़मीन पर बैठते हो

    यह मौसम की तरह दिखता है
    जब मौसम कठोर होता है
    बादल तुम्हें दबा रहे होते हैं
    और तुम्हें लगने लगता है
    कि तुम दुबारा साँस नहीं ले पाओगे

    बेबल उन माँओं का दु:ख है
    जिनकी बेटियाँ उन्हें फ़ोन नहीं करतीं
    कई साल बीत जाते हैं
    किंतु वे फ़ोन नहीं करतीं

    बेबल इलुनॉय के
    एक छोटे मैदानी क़स्बे में
    शनिवार की रात जैसा है
    जब किसान चले जाते हैं
    बेहतर जगहों की ओर

    बेबल हर उस शै जैसा है
    जिसे तुम कभी देखना नहीं चाहते
    जिसे तुम कभी न कभी देखोगे ज़रूर।

    (एक मिथक कथा के अनुसार बेबीलोनिया के निवासियों ने स्वर्ग तक पहुँचने वाला एक बुर्ज बनाने का प्रयास किया था। यह कार्य ईश्वर के दख़ल के कारण पूरा न हो सका।)

                
    स्रोत :
    • रचनाकार : जॉन गुज़लॉव्स्की
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए अनुवादक द्वारा चयनित

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