Font by Mehr Nastaliq Web

उलगुलान की औरतें

ulagulan ki aurten

अनुज लुगुन

अनुज लुगुन

उलगुलान की औरतें

अनुज लुगुन

वे उतनी ही लड़ाकू थीं

जितना कि उनका सेनापति

वे अपनी ख़ूबसूरती से

कहीं ज़्यादा आक्रमक थी

अपने जूड़े में उन्होंने ईचा बा की जगह

साहस का फूल खोंसा था

उम्मीद को उन्होंने अपने कानों में

बालियों की तरह पिरोया था

हक़ की लड़ाई में

उन्होंने बोया था आत्मसमान का बीज

उनकी जड़ें गहरी हो रही है

फैल रही हैं लतरें

गाँव दर गाँव

शहर दर शहर

छहुरों से

पगडंडियों से

गलियों से बाहर

आँगन में

गोबर पाथती माँ

सदियों बाद

स्कूल की चौखट पर पहुँची बहन

लोकल ट्रेन से कूदती हुई

दफ़्तर पहुँची पत्नी

और भोर अँधरे

दौड़-दौड़ कर खेतों की ओर

चौराहों की ओर

आवज़ उठाती

सैकड़ों अपरिभाषित रिश्तों वाली औरतें

ख़तरनाक साबित हो रही हैं

दु:स्वप्नों के लिए

उन्होंने अपने जूड़ों में

खोंस रखा है साहस का फूल

कानों में उम्मीद को

बालियों की तरह पिरोया है

धरती को सिर पर

घड़े की तरह ढोई

लचकते हुए जा रही हैं

उलगुलान की औरतें,

धरती से प्यार करने वालों के लिए

उतनी ही ख़ूबसूरत

और उतनी ही ख़तरनाक

धरती के दुश्मनों के लिए।

स्रोत :
  • रचनाकार : अनुज लुगुन
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

Additional information available

Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

OKAY

About this sher

Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

Close

rare Unpublished content

This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

OKAY