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छोड़ना

chhoDna

नताशा

अन्य

अन्य

नताशा

छोड़ना

नताशा

और अधिकनताशा

    वे छोड़ देते हैं सूची में मेरा नाम शामिल करना

    मैं जिरह नहीं करती इस आश्वस्ति में

    कि छूटे हुए लोगों की भी एक सूची होती है

    मेरे उनतालीसवें वसंत में भी वह अधूरी इच्छा शामिल है

    कि छोड़ जाते काग़ज़ का कोई टुकड़ा मेज़ पर

    तुम्हारे देर लौटने से पहले मैं जान पाती

    कि तुम देर से लौटोगे

    मुझे रोज़ छोड़ते-छोड़ते घर

    तुमने छोड़ दिया यह रस्ता

    मैंने भी छोड़ दिया आख़िर

    तुम्हारी राह तकना

    कितनी तो स्मृतियाँ हैं

    स्त्रियों के जीवन में छोड़े जाने को लेकर

    कहाँ तक गिनाऊँ

    लड़कपन छोड़ा

    पीहर छोड़ा

    छोड़ी जाने कितनी शाम विदाई की कोख में

    गौतम ने छोड़ा उस स्त्री को

    जो बुद्धत्व के रहस्य जान सकती थी

    राम ने छोड़ा जानकी को

    जिसने छोड़ दिया था वैभव प्रेम के पीछे

    तुम कहते हो बार-बार

    कि छोड़ो

    जाने दो

    पानी में रहकर मगर से बैर कौन करे

    तो याद रखना

    पानी में रहकर मगर से बैर नहीं करोगे

    तब भी नहीं बचोगे

    जब तक पानी बचाने की ज़िद नहीं होगी तुममें

    इस ज़िद को मत छोड़ना

    एक कापुरुष छोड़ देता है बलात्

    स्त्री की देह पर अनगिन घाव

    एक प्रेमी घाव पर रख चुंबन

    छोड़ देता है महीनों ना भूली जाने वाली स्मृति

    पृथ्वी छोड़ रही है अक्ष

    पक्षी छोड़ रहे हैं वृक्ष

    नदियाँ छोड़ रही है रेत

    सब छोड़ते जा रहे कर्तव्य

    अधिकार की लिप्सा में!

    स्रोत :
    • रचनाकार : नताशा
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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