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बूढ़ी औरत के बारे में

buDhi aurat ke bare mein

ह्यूगो विलियम्स

अन्य

अन्य

ह्यूगो विलियम्स

बूढ़ी औरत के बारे में

ह्यूगो विलियम्स

और अधिकह्यूगो विलियम्स

    कभी-कभी होटल के मालिक की माँ

    पिछले दरवाज़े से

    एक अजनबी सी चुपचाप चली आती है।

    वह चीज़ों के दाम नहीं भूली है अब तक

    ले लेती है पैसे ग्राहक से—पर उनको

    थामे रहती है मुट्ठी में, जब तक कोई

    नौकर के मदद नहीं उसकी कर देता

    वह भर लेती प्याला अपना होटल से ही

    और जला लेती ख़ुद सिगरेट

    कश भरने में

    उसके होंठ सिकुड़ जाते कुछ अजब ढंग से

    ऐसा लगता

    पुनर्जन्म यह पास मृत्यु के और अधिक उसको ले आया।

    देख रहा हूँ सिगरेट तले झुलसती उसकी खाल

    फ़र्श पर अख़बारों से रिसे हुए सिरके सी

    दाग़ी।

    स्रोत :
    • पुस्तक : दरवाज़े में कोई चाबी नहीं (पृष्ठ 305)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : ह्यूगो विलियम्स
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020

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