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मच्छर की मौत

machchhar ki maut

मोहम्मद अनस

अन्य

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मोहम्मद अनस

मच्छर की मौत

मोहम्मद अनस

और अधिकमोहम्मद अनस

    घुटना खुजलाते हुए आज एक मच्छर उँगलियों में फँस कर मर गया,

    तअज्जुब ये नहीं कि ऐसा पहली बार हुआ है,

    बात ये है उस मच्छर का ख़ून अभी भी दाएँ हाथ की तीसरी ऊँगली पे लगा हुआ है, 

    तीर-कमान, बंदूक़, ख़ंजर से किसी का मर जाना सामान्य है,

    पर जब अपनी ही ऊँगली ख़ून से सनी हो 

    और दुनिया भर के क़ातिलों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी पड़े,

     तो एक छटपटाहट-सी महसूस होती है, 

    शोर मचाती दुनिया दूसरों के गिरेबान में पहले ख़ून के धब्बे तलाशती है, 

    और क़त्ल का ढिंढोरा पीटती हुई आगे बढ़ जाती है,

    कुछ अगर पीछे छूट जाता है तो वो है

    वही सूखा ख़ून जो कभी मेरी ऊँगली पे दिखता है तो कभी किसी और की,

    यह अंधी-बहरी दुनिया फिर से लीन  हो जाती है घुटना खुजलाने की क्रिया में,

    और सब भूल जाते हैं उस मच्छर की मौत को।

    स्रोत :
    • रचनाकार : मोहम्मद अनस
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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