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आश्वासन

aashvaasana

बच्चा लाल 'उन्मेष'

अन्य

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और अधिकबच्चा लाल 'उन्मेष'

    रईसों ने बख़्श दी है जान इतना काफ़ी नहीं?

    दिया आश्वासन है निज़ाम, इतना काफ़ी नहीं?

    ज़मीं हो, हो, सही! तुम्हारे पैरों तले

    मिला है सारा आसमान, इतना काफ़ी नहीं?

    दधीचि की हड्डियाँ नहीं कि तेरा इतिहास लिखूँ

    गया कारख़ानों के काम, इतना काफ़ी नहीं?

    ज़िस्म नींबू है, आँसू है, नमक है, होंठ मिर्च

    आया ख़ून शिकंजी के काम, इतना काफ़ी नहीं?

    गणेश जनने की तुम्हारे अंदर, प्रतिभा ही नहीं

    किए हैं मैल अपने दान, इतना काफ़ी नहीं?

    तुम्हारी पगड़ी को रँगरेज़ की ज़रूरत ही क्या

    जो खा के थूका हमने पान, इतना काफ़ी नहीं?

    समय निकालकर चंद लफ़्ज़ तुम्हारे नाम किए

    फिर तुम्हारी बढ़ी है जो शान, इतना काफ़ी नहीं?

    तुम्हारे ख़ातिर स्कूल नहीं, ईंट की भट्ठी तो है

    खुली हैं कोयले की खान, इतना काफ़ी नहीं?

    स्रोत :
    • रचनाकार : बच्चा लाल 'उन्मेष'
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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