राजेंद्र शर्मा की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1948 | छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश
सुपरिचित कवि-लेखक। 'वसुधा' के संपादक भी रहे। जनवादी लेखक संघ से संबद्ध।
सुपरिचित कवि-लेखक। 'वसुधा' के संपादक भी रहे। जनवादी लेखक संघ से संबद्ध।