कँवल भारती की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1953 | रामपुर, उत्तर प्रदेश
नवें दशक में उभरे कवि-आलोचक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।
नवें दशक में उभरे कवि-आलोचक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।