खिड़की पर उद्धरण

खिड़की कमरे या दीवार

का वह निर्माण है जिससे बाहर की हवा, रोशनी, आवाज़ अंदर आ सकती है। इसे आवश्यकतानुसार खोला या बंद किया जा सकता है। कविता में खिड़की या गवाक्ष या झरोखे का प्रयोग बहुअर्थी आयामों में होता रहा है।

quote

जीवन की खिड़की में से ही परमात्मा की झाँकी मिलनी संभव है।

वृंदावनलाल वर्मा

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

संबंधित विषय