नमक पर कविताएँ

विविध प्रसंगों में लवण,

लावण्य और अश्रु के आशय को व्यक्त करती कविताओं से एक चयन।

जाना

अमित तिवारी

नमक पर यक़ीन ठीक नहीं

नवीन रांगियाल

नमक

सारुल बागला

नमक हराम

जितेंद्र श्रीवास्तव

नमक

विनोद दास

नमक

अनामिका

बा-वफ़ा

बाबुषा कोहली

नमक

विपिन चौधरी

नमक की तरह

शंकरानंद

देह का नमक

नित्यानंद गायेन

नमक के खेत

अरुण चंद्र राय

नमक

राकेश रंजन

नमक कमबख़्त

शिव कुमार गांधी

नमक

स्मिता सिन्हा

नमक

वाज़दा ख़ान

नमक

शालू

नानी की निमकी

पंखुरी सिन्हा

नमक

केशव तिवारी

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere