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जगह पर कविताएँ

लाइम रेगिस स्टेशन

कोलिन फ़ाल्क

हम जहाँ सही होते हैं

येहूदा आमिखाई

उतनी ही जगह में

सी. पी. कवाफ़ी

एक बार लौटा फिर

येहूदा आमिखाई

कमरे के बारे में

शुन्तारो तानीकावा

पहिया बदलना

बेर्टोल्ट ब्रेष्ट

छायाओं की दुनिया

हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर

ग्रीष्मावकाश

कोलिन फ़ाल्क

शालीनता में खोया

येहूदा आमिखाई

उतनी ही जगह में

सी. पी. कवाफ़ी

दूर जगह

मिशियो माडो

ठाहर

हरेकृष्ण झा

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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