अज्ञान पर कविताएँ

"अज्ञान" का अर्थ है

"ज्ञान का अभाव" या "अज्ञानता।" यह शब्द उस स्थिति को दर्शाता है जिसमें किसी व्यक्ति को किसी विशेष विषय, तथ्य या सत्य की जानकारी नहीं होती है। अज्ञान का मतलब है नासमझी या अन्धकार में रहना। इसे किसी चीज़ की जानकारी न होना या उसकी सही समझ न होना भी कहा जा सकता है। अज्ञान अक्सर आत्मज्ञान और सत्य के विपरीत माना जाता है। आध्यात्मिक संदर्भ में, अज्ञान को जीवन के सत्य, वास्तविकता या ईश्वर के प्रति अज्ञानता माना जा सकता है।

अनभिज्ञता

श्रुति कुशवाहा

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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