वेदब्भ जातक
वाराणसी के राजा ब्रह्मदत्त के समय में किसी गाँव में "वेदब्भ" मंत्र का ज्ञाता एक ब्राह्मण रहता था। इस वेदब्भ मंत्र में अद्भुत शक्ति थी। कुछ विशिष्ट नक्षत्रों के योग के समय इस मंत्र का पाठ करके आकाश की ओर देखने से ही सातों प्रकार के रत्नों की वृष्टि होने