विष्णु दे की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1909 - 1982 | कोलकाता, पश्चिम बंगाल
बांग्ला के समादृत कवि-साहित्यकार और शिक्षाविद। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
बांग्ला के समादृत कवि-साहित्यकार और शिक्षाविद। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।