रायप्रोलु वेंकट सुब्बाराव की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1892 - 1984 | गुंटूर, आँध्र प्रदेश
समादृत तेलुगु कवि-गीतकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
समादृत तेलुगु कवि-गीतकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।