रैदास के पद
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1398 - 1518 | वाराणसी, उत्तर प्रदेश
भक्ति की ज्ञानमार्गी एवं प्रेममार्गी शाख़ाओं के मध्य सेतु। संत काव्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवि।
भक्ति की ज्ञानमार्गी एवं प्रेममार्गी शाख़ाओं के मध्य सेतु। संत काव्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवि।