नगेंद्र का आलोचनात्मक लेखन
हिंदी-उपन्यास
कुछ दिनों से हिंदी उपन्यास पर एक लेख लिखने का भार मन पर झूल रहा था। कल रात को उसी की रूपरेखा बना रहा था। कभी प्रवृत्तियों के आधार पर वर्गीकरण की बात सोचता, कभी समस्याओं के, और कभी टेक्निक के आधार पर। रूपरेखा कुछ बनती भी थी। परंतु परसों शाम ही को सुना
अरस्तू का विरेचन-सिद्धांत
विरेचन-सिद्धांत का उल्लेख अरस्तू के दो ग्रंथों में मिलता है—राजनीति-शास्त्र में और काव्य-शास्त्र में। राजनीति-शास्त्र में संगीत के प्रभाव का वर्णन करते हुए यवन भाचार्य लिखते हैं: "किंतु इससे आगे हमारा यह मत है कि संगीत का अध्ययन एक नहीं वरन् अनेक उद्देश्यों
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere