गिरधर राठी की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1946 | होशंगाबाद, मध्य प्रदेश
सातवें दशक के कवि-लेखक। समाजवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।
सातवें दशक के कवि-लेखक। समाजवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।