ग़ुलाम मोहम्मद शेख़ की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1937 | सुरेंद्रनगर, गुजरात
गुजराती कवि, कला-समालोचक और प्रख्यात चित्रकार। पद्म भूषण से सम्मानित।
गुजराती कवि, कला-समालोचक और प्रख्यात चित्रकार। पद्म भूषण से सम्मानित।