देवेश पथ सारिया के बेला
ताइवान : गाओची रोड पर जीवन
गाओची रोड से मेरा पहला परिचय तब हुआ था, जब मैं इस सड़क के किनारे वाली कॉलोनी में कमरे की तलाश में गया था। कमरा मुझे रसोई के साथ चाहिए था। ऐसे कमरे शिन चू में कम ही मिलते हैं। गाओची रोड के पास वाली कॉ
‘शीशै’ को ‘शुक्रिया’ में बदलते हुए
साल 2015 में जब मैं ताइवान पहुँचा था तो बहुत रोया था। मेरा मन इस क़दर भटकता था कि मैं वहाँ पहुँचने के चार दिन बाद ही यह जान लेना चाहता था कि मैं कब भारत वापस आ पाऊँगा। लेकिन अब जब मैं ताइवान से लौट र