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सुंदर सिला खेल की ठौर

su.ndar sila khel kii Thaur

चतुर्भुजदास

अन्य

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चतुर्भुजदास

सुंदर सिला खेल की ठौर

चतुर्भुजदास

और अधिकचतुर्भुजदास

    सुंदर सिला खेल की ठौर।

    मदन गोपाल जहां मध्य नाइक चहुं दिसि सखा मंडली और॥

    बांटत छाक गोवर्धन ऊपर बैठत नाना बहु विधि चौर।

    हंसि हंसि भोजन करत परस्पर चाखि लै मांग कौर॥

    कबहूँ बोलत गांइ सिखर' चढ़ि लै-लै नाम घूमरी घौर।

    ‘चतुर्भुज’ प्रभुलीला रस रीझत गिरिधरलाल रसिक सिरमौर॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : अष्टछाप कवि : चतुर्भुजदास (पृष्ठ 38)
    • संपादक : हरगुलाल
    • रचनाकार : चतुर्भुजदास
    • प्रकाशन : प्रकाशन विभाग सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार
    • संस्करण : 2009

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