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जो बने कर लीजिए सरपंच जी

jo bane kar lijiye sarpanch ji

राम निहोर तिवारी

अन्य

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राम निहोर तिवारी

जो बने कर लीजिए सरपंच जी

राम निहोर तिवारी

और अधिकराम निहोर तिवारी

    हैसियत अपनी बढ़ाने के लिए—

    शहर में घर लीजिए सरपंच जी

    पूज जनपद के प्रतिष्ठित देवता

    मन मुखी वर लीजिए सरपंच जी

    आप निर्वाचित प्रजा के पूत हैं

    आपकी आँतें बहुत मज़बूत हैं

    योजनाओं की फ़सल लहरा रहीं

    पेट भर चर लीजिए सरपंच जी

    आपके दल की सबल सरकार है

    ज़िले भर में आपका व्यवहार है

    वक़्त बिल्कुल आपके अनुकूल है

    जो बने कर लीजिए सरपंच जी

    परगना में दबदबा है आपका

    गाँव में कोई नहीं है 'नाप' का

    काग़ज़ों पर कपिल-धाराएँ बहा—

    'थप्पियाँ' धर लीजिए सरपंच जी

    कोष सरकारी मिला है भाग्य से

    बस डकारे जाइए अनुराग से

    तलघरी अपनी तिजोरी खोलकर

    बेधड़क भर लीजिए सरपंच जी

    यदि कहीं प्रतिपक्ष कुछ गड़बड़ लिखे

    और पानी कंठ से ऊपर दिखे

    नाव चाँदी की बिना पतवार के

    बैठकर तर लीजिए सरपंच जी

    हैसियत अपनी बढ़ाने के लिए—

    शहर में घर लीजिए सरपंच जी

    स्रोत :
    • पुस्तक : आईने अँधरा गए (पृष्ठ 135)
    • रचनाकार : राम निहोर तिवारी
    • प्रकाशन : बोधि प्रकाशन
    • संस्करण : 2023

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