तमिलनाडु के रचनाकार
कुल: 30
वेदांतदेशिक
विशिष्टाद्वैत वेदांत से संबद्ध आचार्य, कवि, भक्त और दार्शनिक। संस्कृत चित्रकाव्य 'पादुका सहस्रम' के लिए उल्लेखनीय।
वी. रामालिंगम पिल्लै
'नमक्कल कविग्नर' के रूप में समादृत तमिल कवि और स्वतंत्रता-सेनानी। पद्म भूषण से सम्मानित।
वी. गोपाल आयंगर
- निवास : तंजावूर
संस्कृत के रचनाकार और प्राध्यापक। रघुवंश, कुमारसंभव आदि कृतियों के संपादन में योगदान।