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सपनों के डर से लोग

sapnon ke Dar se log

रामकुमार तिवारी

अन्य

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रामकुमार तिवारी

सपनों के डर से लोग

रामकुमार तिवारी

और अधिकरामकुमार तिवारी

    दादा जोगिंदर सिंह का घर

    लाहौर में था

    सामने जो भुतहा घर है

    बँटवारे से पहले उसमें

    दादा मिर्ज़ा अनवर बेग रहते थे

    धर्मशाला में रह रहे

    दलाईलामा का घर

    तिब्बत में है

    कश्मीर के दीनानाथ रह रहे हैं

    दिल्ली के शरणार्थी कैंप में

    वर्षों पहले भागलपुर गया सुरेश

    आज तक नहीं लौटा

    सलीम को गए पूरा वर्ष हो गया

    नहीं लौटा अलीगढ़ के रास्ते

    बोकारो के कामगार देविंदर की पत्नी

    रोती-बिलखती विधवा लौटी

    शहर के गांधी मार्ग से

    शाम सात बजे के बाद

    कोई नहीं गुज़रता

    गुज़रने की बाक़ी जगहों पर

    कुछ लोग

    दीवारें खड़ी कर रहे हैं

    बाक़ी लोग

    दीवारों से टकरा-टकरा कर

    लगातार टकरा रहे हैं

    कैसी होती जा रही है

    यह दुनिया

    यहाँ

    सपनों के डर से लोग

    रात-रात-भर सोते नहीं हैं

    स्रोत :
    • पुस्तक : कोई मेरी फ़ोटो ले रहा है (पृष्ठ 50)
    • रचनाकार : रामकुमार तिवारी
    • प्रकाशन : सूर्य प्रकाशन मंदिर
    • संस्करण : 2008

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