Font by Mehr Nastaliq Web

मूर्तियों का युग

murtiyon ka yug

एन. सुकुमारन

अन्य

अन्य

एन. सुकुमारन

मूर्तियों का युग

एन. सुकुमारन

और अधिकएन. सुकुमारन

    ...लेकिन

    यह है मूर्तियों का युग

    मूर्तियाँ हर रास्ते में निकल कर खड़ी हैं

    मूर्तियाँ

    हवा की यात्रा की दिशा बदल देती हैं

    मूर्तियाँ ज़्यादा हैं

    पुलिस वालों से भी

    साइन-बोर्डों से भी

    मूर्तियाँ

    मृत्यु का उपहास करती हैं

    मरे हुए लोग,

    मूर्तियों में ज़िंदा खड़े हैं

    लेकिन

    यह है मूर्तियों का युग

    'कहाँ जा रहे हैं महाशय?'

    'फलाँ से फलाँ जगह।'

    'ऐसे नहीं,

    इस तरह कहिए

    इस मूर्ति से उस मूर्ति तक

    उस मूर्ति से मूर्तियों तक'

    लेकिन

    यह है मूर्तियों का युग

    किससे बनाते हैं हम मूर्तियाँ?

    पत्थर, मिट्टी, लकड़ी, धातु से

    किसलिए बनाते हैं मूर्तियाँ?

    'काल, मन, ज्ञान, प्रेम के लिए।'

    भय के अंधकार को उरेह कर

    ईश्वर की मूर्ति

    शब्द के नमक को टाँक कर

    कवि की मूर्ति

    स्वप्न-तुहिन से

    प्रेम की मूर्ति

    रक्त के सूर्य से

    स्वतंत्रता की मूर्ति

    क्यों बनाते हैं मूर्तियाँ?

    'काल, चित्, उँगली'

    लेकिन

    यह है मूर्तियों का युग

    इन मनहूस मूर्तियों को

    किससे बनाया हम ने?

    पत्थर के मौन से नहीं

    वृक्ष की करुणा से नहीं

    धातु के घोल से नहीं

    काल हृदय से नहीं

    इन मूर्तियों के उँगली हिलाने पर

    हड़बड़ा जाते हैं सारे पथ

    इन मूर्तियों की ज़ुबान हिलते ही

    शब्द हो जाते हैं दुर्गंधित

    मैल जमा करके

    बनाई है हमने

    ये मूर्तियाँ

    क्योंकि यह है मूर्तियों का युग।

    स्रोत :
    • पुस्तक : शब्द सेतु (दस भारतीय कवि) (पृष्ठ 80)
    • संपादक : गिरधर राठी
    • रचनाकार : कवि के साथ एन. बालसुब्रह्मण्यन एवं विमल कुमार
    • प्रकाशन : साहित्य अकादेमी
    • संस्करण : 1994

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

    रजिस्टर कीजिए