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कोरोना का रिक

korona ka rik

अनुवाद : शिवकुटी लाल वर्मा

डब्ल्यू. एस. रेण्ड्रा

अन्य

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डब्ल्यू. एस. रेण्ड्रा

कोरोना का रिक

डब्ल्यू. एस. रेण्ड्रा

और अधिकडब्ल्यू. एस. रेण्ड्रा

    (क्वींस प्लाज़ा

    के तलमार्ग में

    दीवार पर लिखा है

    कोरोना का रिक यहाँ था

    तुम कहाँ थी बेट्सी?)

    या।

    कोरोना का रिक यहाँ था

    तुम कहाँ थी बेट्सी?

    मैं बेट्सी हूँ

    यहाँ हूँ मैं।

    जमाईका की बेट्सी वाङ्ग

    मेरे परदादा हांगकांग से आए थे

    प्योर्टोरिको का पेड्रो गोंजालिस—मेरा पति

    लिफ़्ट चालक है

    पीना और मुझसे झूठ बोलना उसे अच्छा लगता है।

    यदि तुम मुझसे मिलना चाहो

    मुझे टेलीफ़ोन करो

    मैं सुबह एक बेकरी में काम करती हूँ।

    मंगलवार और बृहस्पतिवार की शाम

    मैं अपने पोलिश दादा मिकी रागोल्स्की—

    के साथ बिताती हूँ

    जो मेरे कमरे का किराया देता है।

    मुझे बुधवार को फ़ोन करो

    मेरे पति की परवाह मत करो

    वह इसकी नोटिस लेने का नाटक करेगा

    ओह! मैं कहीं यह बताना भूल जाऊँ

    कि इसकी क़ीमत बीस बक होगी।

    मेरी बेट्सी गोरी और पवित्र है

    स्पंज की रबर जैसी मुलायम और चिकनी

    उसके लंबे लाल केश

    सुनहरे रेयोन के इकट्ठे धागे जैसे हैं

    उसके पाँव सुंदर हैं

    सलमोन जैसे हल्के और तेज़

    (कोरोना का रिक

    न्यूयार्क में

    दाँए-बाँए देखता हुआ

    पी रहा है लेमन सोडा)

    बेट्सी

    तुम कहाँ हो बेट्सी?

    —मैं बेट्सी हडसन हूँ

    मैं प्रकृति को प्यार करती हूँ।

    लेकिन खेती से नफ़रत करती हूँ।

    मैं हर प्रकार की परीकथाओं में विश्वास करती हूँ

    मैं एटलांटिक में विश्वास करती हूँ

    मुझे विश्वास है कि चाँद पर जीवन

    यहाँ पृथ्वी के जीवन से बेहतर होगा।

    मैं राजनीति में विश्वास नहीं करती।

    यक़ीनन।

    मेरा नाम बेट्सी है

    लेकिन हम कभी नहीं मिल सकते

    दिन में मैं मुनीमी करती हूँ

    सौंदर्य की देखभाल

    बाल और नाख़ून

    की देखभाल में भी काफ़ी समय लगता है।

    मेरा नाम बेट्सी है

    मैं ख़ूबसूरत हूँ

    मुझे दर्पण के समक्ष फ़ीता बाँधना अच्छा लगता है।

    मुझे पुरुषों से नफ़रत है।

    (कोरोना का रिक

    अपनी इंग्लिश स्पोर्टस कार में

    धूप का काला चश्मा पहने

    न्यूयार्क के इर्द-गिर्द चक्कर काटता है

    वह अब भी दिवास्वप्न देखता रहता है

    और यातायात नियम तोड़ने के जुर्म में

    पुलिस द्वारा रोक लिया जाता है)

    बेट्सी ब्राडवे की बत्तियों सी चमकती है

    और रिकी।

    बेट्सी ज्यों सुंदरता में उड़ रही हो

    उसकी सुगंध से न्यूयार्क पर नशा छा जाता है

    और सदैव

    जब यह मुझे एक सूती कंबल में ढँक लेती है

    वह जैसे अपने को बुनती हो

    बेट्सी तुम कहाँ हो?

    —मैं यहाँ हूँ बेवक़ूफ़।

    रिकी तुम मेरी बात कभी नहीं सुनते

    तुम हमेशा गड़बड़ करते हो

    तुम आने के बाद कभी अपने जूते रैक पर नहीं रखते

    तुम हमेशा भड़कीली टाई पहनते हो

    कितनी बार मुझे तुमको बताना पड़ेगा

    कि सोते समय ख़र्राटे मत भरा करो

    यह वहशीपन है।

    और अपना सूप सलीक़े से पिया करो!

    (न्यूयार्क बहुत विस्तृत है

    सख़्त और अकड़बाज़

    सीमेंट और स्टील

    तेज़ रोशनी के बीच

    तुम सुन सकते हो एक बेचैन संगीत

    जिसका अर्थ यक़ीनन

    कुछ नहीं है।)

    कोरोना का रिकी यहाँ था

    या! या!

    बेट्सी तुम कहाँ हो?

    —रिकी प्रिये में यहाँ हूँ

    या! या!

    तुम काली हो

    तुम बेट्सी नहीं हो

    तुम हारलेम की अश्वेत हो।

    —तुम मेरा नितम्ब छुओ

    देखो वह कितना सुकुमार और गोल है

    मेरा नाम बेट्सी है। या! या!

    उस लड़की ने सदैव—

    मेरे सभी मूर्खतापूर्ण संदेह भरे सवालों का

    धैर्यपूर्वक उत्तर दिया।

    —मैं बेट्सी हूँ क्योंकि मैं काली हूँ।

    चूँकि मैं काली हूँ

    मैं तुम्हारा दायित्व हूँ

    मैं बेट्सी हूँ

    मैंने यही निर्णय लिया है :

    अफ़ीम! अफ़ीम!

    मैं रहस्यात्मक अनुभव चाहता हूँ।

    मारूआना पीते हुए

    मैं तुम्हारी नग्न देह चित्रित करना चाहता हूँ।

    रिकी प्रिये! मैं तुम्हारे लिए एक लोरी गाऊँगी

    और एक शिशु की भाँति तुम मेरे स्तनाग्र के

    आराधक बन सकते हो

    क्वींस से ब्रुकलिन से मनहटन से भी

    —रिकी प्रिये! मेरे विद्युत-पंछी

    कोंबो की लय के साथ,

    सेक्सोफ़ोन के संगीतमय पेंग के साथ

    —अपनी आँखें बंद करो

    और एक बैंजो की तरह मुझे बजाओ!

    (हारलेम, मनहटन, न्यूयार्क में

    जहाँ लोग

    भीड़ की मानिंद एक साथ रहते हैं

    जहाँ हवा में

    —जब गर्मी पंचानवे डिग्री तापमान पर होती है—

    कूड़े और पेशाब की गंध रहती है

    गली के सिरे पर

    जब एक सौ दो डिग्री तापमान होता है

    वे अश्वेत वाटुसी मुक्केबाज़ी करते हैं)

    हलो! हलो!

    मैं कोरोना का रिक हूँ

    और बेट्सी भी।

    हलो डाक्टर।

    हमें कुछ छर्रों की ज़रूरत है

    हमें सुजाक हो गई है।

    स्रोत :
    • पुस्तक : दरवाज़े में कोई चाबी नहीं (पृष्ठ 184)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : डब्ल्यू. एस. रेण्ड्रा
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020

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