मिट्टी का दर्शन

mitti ka darshan

वसंत आबाजी डहाके

वसंत आबाजी डहाके

मिट्टी का दर्शन

वसंत आबाजी डहाके

इस देश की मिट्टी में सोना उगता है

पत्ते झर गए

कीचड़ में फँसा रह गया यह एक पेड़

इस कीचड़ ज़मीन के भीतर

खाँसता हुआ मेंढक अकेले ही जाग रहा होगा

उसके सिर पर छोटा-सा मुकुट

राजा वग़ैरा-वग़ैरा

सामने मिट्टी खाकर

लस्त पड़े हुए दस-बीस मेंढक

यहाँ वहाँ बिखरी हुई सी छोटी-छोटी क़ब्रें

इस पेड़ की खाल के भीतर भी

सूक्ष्म कीड़ों का एक देश

न्याय मंदिर, देवालय, जन्म-मृत्यु रजिस्टर कार्यालय, भ्रष्टाचार,

रिश्वतखोरी वग़ैरा-वग़ैरा

इस पेड़ की जड़ें

ज़मीन के भीतर अंदर तक फैली हुई

ऐसे नरक तक प्रेषित 1964

गर्भ में पानी हो गया है

हथेली भर खंदक

टोकरी भर मिट्टी।

स्रोत :
  • पुस्तक : साठोत्तर मराठी कविताएँ (पृष्ठ 82)
  • संपादक : चंद्रकांत पाटील
  • रचनाकार : वसंत आबाजी डहाके
  • प्रकाशन : साहित्य भंडार
  • संस्करण : 2014
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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