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जाने से पहले

jane se pahle

गीत चतुर्वेदी

अन्य

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गीत चतुर्वेदी

जाने से पहले

गीत चतुर्वेदी

और अधिकगीत चतुर्वेदी

    दुनिया बेसुरे संगीत से सम्मोहित है

    और तुम मेरी छुअन से बुना गया मौन

    मेरे सपने मछलियों की तरह हैं

    नींद से बाहर साँस नहीं ले पाते

    एक बगुला घात लगाकर बैठा रहता है

    मेरी नींद के जल-तल पर

    वक़्त गुज़रता जाता है

    वक़्त को गुज़रने के लिए जाने कितने पल चाहिए

    मैं वक़्त से तेज़ हूँ, एक पल में गुज़र जाऊँगा

    जाने से पहले तुम्हें क्या दूँगा?

    मेरे सपने तो बगुले खा जाएँगे

    तुम कहती हो, मासूमियत? अरे नहीं!

    प्यार वह फल है, जिस पर मासूमियत का छिलका होता है

    और बिना छिलका उतारे इस फल को खाया नहीं जाता

    यह जो मेरा जिस्म है

    इसे उगाने में मुझे बरसों लगे हैं

    दिल तो ख़ैर मेरा जन्मजात ऐसा ही है,

    क़दम-क़दम पर ज़ख़्मी होता

    माँगोगी, तो भी यह जिस्म नहीं दे पाऊँगा,

    आग का इस पर बरसों से दावा है

    यह दिल देता हूँ, इसे एहतियात से रखना

    कि यह उसका है, जिसने सपने देखे थे

    स्रोत :
    • रचनाकार : गीत चतुर्वेदी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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